गुटनिरपेक्ष आंदोलन (NAM) शिखर सम्मेलन युगांडा में आयोजित हुआ
युगांडा में 'साझा वैश्विक समृद्धि के लिए सहयोग को गहरा करना 'विषय पर केंद्रित गुट निरपेक्ष आंदोलन (NAM) शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ।
- NAM का गठन शीत युद्ध के दौरान राज्यों के एक संगठन के रूप में किया गया था , जिसका संयुक्त राज्य अमेरिका या सोवियत संघ के साथ कोई औपचारिक गठबंधन नहीं था।
- इसकी उत्पति 1955 में बांडुंग में हुए एशिया - अफ्रीका सम्मेलन से मानी जाती है (इंडोनेशिया ) और 1961 में पहला NAM सम्मेलन बेलग्रेड में आयोजित किया गया था
- '' बांडुंग के दस सिद्धांत (संप्रभुता के समान की तरह, सभी जातियों की समानता, राज्यों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप , आदि ) '' को अपने लक्ष्यों के रूप में अपनाया गया था।
- जवाहरलाल नेहरू ( भारत ) , सुकोरनो (इंडोनेशिया ), जोसिप ब्रोजटो टाइटो (युगोस्लाविया) , गामल अब्देल नासर (मिस्र) और क्वम नर्क्रमाह (घाना ) , यह नेतृत्व वाले नेताओं के नेतृत्व में DECOLONIZATION प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- वर्तमान में, इसमें 17 पर्यवक्षक देशों और 10 पर्यवेक्षक संगठनों के साथ 120 सदस्य राष्ट्र हैं।
NAM की समसामयिक प्रसांगिकता
- रूस - यूक्रेन युद्ध शीत युद्ध प्रतिद्वंदिता को बढ़ता है जो NAM की उत्पति के लिए जिम्मेदार था।
- तीसरी दुनिया के देशों के आर्थिक हितों की रक्षा और दक्षिण - दक्षिण सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका।
- एशिया में चीन की आधिपत्य की महत्वकांक्षाओ को ध्यान में रखते हुए , NAM भारत को महाद्वीपों में नेतृत्व की भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करता है।
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