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देश का कथकली गांव 'अयिरुर'

 देश का कथकली गांव 'अयिरुर' :-


सोर्स दैनिक भास्कर 

यहां ईसाई भी बाइबिल की कहानियों पर करते हैं मंचन; यहीं बन रहा देश का पहला कथकली म्यूजियम 

केरल में स्थित है देश का पहला कथकली गांव 'अयिरुर' ....! इस गांव में हर साल कथकली फेस्टिवल आयोजित होता हैं। यहां 8 से 14 जनवरी के बीच 17 वां कथकली फेस्टिवल आयोजित होने जा रहा हैं। कथकली सीखने के लिए इस फेस्टिवल में हर साल 20 हजार बच्चे हिस्सा लेते हैं। दरअसल पहले इस गांव का नाम 'अय्यर ' हुआ करता था, जिसे बदल कर  पिछले ही साल ' अयिरुर कथकली ग्रामम ' कर दिया गया। इस गांव में 92 फीसदी लोगों को कथकली के बारे में संपूर्ण ज्ञान हैं। गांव एक पर्यटक स्थल भी बन रहा है। अयिरुर गांव में महादेव मंदिर है, जहां हर साल राष्ट्रिय त्यौहार भी मनाया जाता हैं। इसी त्योहार में कथकली को लेकर विशेष प्रदर्शन होते हैं। अयिरुर ग्राम पंचायत की अध्यक्ष अनिता कुरूप ने भास्कर को बताया कि गांव में एक कथकली म्यूजियम का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया हैं, यह कथकली पर आधारित देश का पहला म्यूजियम होगा। यह म्यूजियम केरल सरकार के ' टूरिज्म डेस्टिनेशन चैलेंज ' के तहत बन रहा हैं। 

हमारे पुराणों व बाइबिल की कहानियों पर भी कथकली :-

इस गांव में ईसाई समुदाय के लोग भी बाइबिल की कहानियों पर कथकली का मंचन करते हैं। यहां के जिला कथकली क्लब के सेक्रेटरी विमल राज कहते हैं 'अयिरुर में हिन्दू महाकाव्य और बाइबिल कहानियां जैसे ' अब्राहम का बलिदान ' या ' द प्रोडिगल सन ' ईसाईयों के बीच लोकप्रिय हैं। आज ईसाई लोग क्लब के सबसे बड़े समर्थक हैं। क्लब ईसाई पैसे डोनेट करते हैं। '

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