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current affairs 16 may 2022

 current affairs 16 may 2022 

दैनिक भास्कर मे प्रकाशित खबरों पर आधारित 

पहली बार थॉमस कप पर कब्जा 

source dainik bhaskar

14 बार के चैंपियन इंडोनेशिया को हरा भारत ने 73 साल में पहली बार जीता थाॅमस कप। 

 

छत्तीसगढ़ मे धान की नई किस्म - नर-नारी 

छत्तीसगढ़ में ऐसी एक किस्म है, जिसे लगाकर किसान एक एकड़ में एक लाख रुपए तक का फायदा ले रहे हैं। दरअसल, नर व मादा पौधों को खेत में ही क्रास यानी पर पूरक परागण कराया जाता है। इस दौरान नर पौधों का पराग, मादा पौधे में जाता है, जिससे बीज बनता है। इसी से धान के पौधे तैयार होते हैं। एक एकड़ में 10 से 15 क्विंटल तक पैदावार हो रही है। इस किस्म के धान के बीज की मांग मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र में है।

बस्तर पर आधारित नई किताब -बस्तर बस्तर 


लेखक लोकबाबू 
अचनाकमार मे 94 साल बाद पुनः काले हिरण 
सोर्स दैनिक भास्कर

 पहले आम भारतीय जिन्हे वेटिकन सिटी द्वारा संत की उपाधि प्रदान की गई
सोर्स दैनिक भास्कर
 
देव सहायम पिल्लई को पॉप फ्रांसिस द्वारा संत की उपाधि प्रदान की गई ।
 
अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड अब अदाणी ग्रुप की 
सोर्स news4nation
 अदाणी ग्रुप ने भारत की दो प्रमुख सीमेंट कंपनियों अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड में स्विस कंपनी होलसिम की पूरी हिस्सेदारी खरीदने की डील साइन कर ली है। होलसिम की अंबुजा सीमेंट्स में 63.19% और एसीसी में 54.53% हिस्सेदारी है। इसके लिए अदाणी ग्रुप 10.5 अरब डॉलर (करीब 81,427 करोड़ रु.) खर्च करेगा। यह अदाणी समूह द्वारा किया गया अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। वहीं, इन्फ्रास्ट्रक्चर और मटेरियल्स के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा। अदाणी ग्रुप अब देश के सीमेंट बाजार में सबसे बड़े हिस्सेदार होंगे, क्योंकि अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का भारत में कुल मार्केट शेयर 33% है।
 
8000 m से अधिक 5 चोटियों पर चड़ाई करने वाली पहली भारतीय महिला- प्रियंका मोहिते
सातारा की 30 साल की प्रियंका ने हाल ही में 8586 मी.की कंचनजंघा चोटी पर पहुंचकर रिकॉर्ड बनाया। प्रियंका 2013 में माउंट एवरेस्ट, 2018 में माउंट लाहोत्से, 2019 में माउंट मकालू और 2021 में माउंट अन्नपूर्णा पर चढ़ाई कर चुकी हैं। प्रियंका को 2020 में तेनजिंग नोर्गे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।  
 
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दंडकारण्य का पठार

दंडकारण्य का पठार दंडकारण्य का पठार  यह छत्तीसगढ़ के दक्षिण दिशा में है। यह छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक दृष्टि से सबसे अधिक समृद्ध प्रदेश है। इस क्षेत्र का क्षेत्रफ़ल 39060 वर्ग किलोमीटर है। यह छत्तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल का 28.91 प्रतिशत है। इस पठार  का विस्तार कांकेर ,कोंडागांव ,बस्तर ,बीजापुर ,नारायणपुर ,सुकमा जिला  तथा मोहला-मानपुर तहसील तक है।  इसका निर्माण धारवाड़ चट्टानों से हुआ है।  बीजापुर तथा सुकमा जिले में बस्तर के मैदान का विस्तार है। यहाँ की सबसे ऊँची चोटी नंदी राज (1210 मीटर ) है जो की बैलाडीला में स्थित है।   अपवाह तंत्र  यह गोदावरी अपवाह तंत्र का हिस्सा है। इसकी सबसे प्रमुख नदी इंद्रावती नदी है। इसकी लम्बाई 286 किलोमीटर है। इसका उद्गम मुंगेर पर्वत से होता है। यह भद्राचलम के समीप गोदावरी नदी में मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदी नारंगी ,शंखनी -डंकिनी ,मुनगाबहार ,कांगेर आदि है।  वनस्पति  यहाँ उष्णकटिबंधीय आद्र पर्णपाती वन पाए जाते है। इस क्षेत्र में साल वृक्षों की बहुलता है इसलिए इसे साल वनो का द्वीप कहा जाता है। यहाँ उच्च स्तर के सैगोन वृक्ष पाए जाते है.कुरसेल घाटी(नारायणपुर ) मे

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