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वित्तीय समावेशन एवं सुरक्षा योजना


1.योजनाएं— प्रधानमंत्री जनधन योजना
प्रारंभ—  28 अगस्त 2014
पात्रता— 10 वर्ष से अधिक आयु
प्रावधान— Zero balance account opening
लाभ—  खाताधारकों का बीमा कवर–
                 दुर्घटना बीमा–1लाख
                 जीवन बीमा–30 हजार
                 ओवर ड्राफ्ट–10 हजार
स्थिती—   44,32,71,752
                  खाताधारक

2.योजनाएं— प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
प्रारंभ —  9 मई 2015
पात्रता— 18 से 70 वर्ष
प्रावधान— ₹12 वार्षिक प्रीमियम
लाभ—   बीमा कवर– 
                मृत्यु/स्थयी विकलांगता–₹ 02लाख
                अस्थाई विकलांगता– ₹ 01 लाख
स्थिती—    72.10 लाख लाभार्थी

3.योजनाएं— अटल पेंशन योजना
प्रारंभ—   9 मई 2015
पात्रता—  18 से 40 वर्ष
प्रावधान— कोई निश्चित राशि 20 वर्षों तक जमा
 लाभ—   असंगठित निजी क्षेत्रों में कार्यरत मजदूर
                   60 वर्ष की आयु में पेंशन
                   पेंशन राशि– 1000 से 5000 तक मासिक
स्थिती—   4.55 लाख 
                    लाभार्थी
4.योजनाएं—  सुकन्या  समृद्धि योजना
प्रारंभ—   22 जनवरी 2015
पात्रता—  10 वर्ष से कम आयु वर्ग की बालिका
प्रावधान— ₹250 सालाना जमा राशि
लाभ—     अधिकतम दो बालिकाओं के लिए
                    Limit- ₹250 से 1.50लाख
                    Deposit- 14 साल तक
                    Maturity- 21 साल बाद/शादी तक
                    50% withdrawal – 18वर्ष शिक्षा
स्थिती—     ब्याज दर 7.6%
                    अप्रैल 2021
5.योजनाएं— मुद्रा योजना
प्रारंभ—      8 अप्रैल 2015
पात्रता—     सूक्ष्म एवं लघु व्यवसाय
प्रावधान—       —
लाभ—       03 चरण
                    शिशु – 0 से 50हजार तक
                    किशोर– 50 हजार से 05 लाख तक
                    तरुण– 05 लाख से 10 लाख तक 


             –                                                     

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दंडकारण्य का पठार दंडकारण्य का पठार  यह छत्तीसगढ़ के दक्षिण दिशा में है। यह छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक दृष्टि से सबसे अधिक समृद्ध प्रदेश है। इस क्षेत्र का क्षेत्रफ़ल 39060 वर्ग किलोमीटर है। यह छत्तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल का 28.91 प्रतिशत है। इस पठार  का विस्तार कांकेर ,कोंडागांव ,बस्तर ,बीजापुर ,नारायणपुर ,सुकमा जिला  तथा मोहला-मानपुर तहसील तक है।  इसका निर्माण धारवाड़ चट्टानों से हुआ है।  बीजापुर तथा सुकमा जिले में बस्तर के मैदान का विस्तार है। यहाँ की सबसे ऊँची चोटी नंदी राज (1210 मीटर ) है जो की बैलाडीला में स्थित है।   अपवाह तंत्र  यह गोदावरी अपवाह तंत्र का हिस्सा है। इसकी सबसे प्रमुख नदी इंद्रावती नदी है। इसकी लम्बाई 286 किलोमीटर है। इसका उद्गम मुंगेर पर्वत से होता है। यह भद्राचलम के समीप गोदावरी नदी में मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदी नारंगी ,शंखनी -डंकिनी ,मुनगाबहार ,कांगेर आदि है।  वनस्पति  यहाँ उष्णकटिबंधीय आद्र पर्णपाती वन पाए जाते है। इस क्षेत्र में साल वृक्षों की बहुलता है इसलिए इसे साल वनो का द्वीप कहा जाता है। यहाँ उच्च स्तर के सैगोन वृक्ष पाए जाते है.कुरसेल घाटी(नारायणपुर ) मे

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