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सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट

 FACTS FOR CIVIL SERVICE PRELIMS EXAM # 1

सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट

हाल ही मे इस इंजन का परीक्षण ओडिशा स्थित चाँदीपुर परीक्षण रेंज से किया गया है । इस इंजन को विकसित करने का श्रेय DRDO को जाता है । 

 क्यों महत्वपूर्ण है -

  1. इसके माध्यम से लंबी दूरी के हवाई खतरों को भारतीय सेना नाकाम कर सकती है । 

    विशेषताएं 

    1. यह रैम जेट इंजन के सिद्धांत पर कार्य करती है । 

    2. इसका निर्माण रूस के सहयोग से किया गया है । 

    3. रैम जेट इंजन मे बाहरी वातावरण मे मौजूद ऑक्सीजन गैस का प्रयोग किया जाता है जिसकी वजह से इसकी गति 6 मैक तक हो जाती है । इस इंजन को एयरब्रीदिंग इंजन भी कहा जाता है । 

    4. इस तरह की इंजन का विकास पहली बार 1960 मे किया गया था । 

      रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन

      1. इस संस्थान की स्थापना 1958 की गयी थी। वर्तमान में संस्थान की अपनी इक्यावन प्रयोगशालाएँ हैं जो इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा उपकरण इत्यादि के क्षेत्र में अनुसंधान में कार्यरत हैं। 

      2. यह संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय की एक आनुषांगिक ईकाई के रूप में काम करता है।

         

         

       



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