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छत्तीसगढ़ करेंट अफेयर्स (अप्रैल 1,2022 - अप्रैल 7,2022) chhattisgarh current affairs april 2022

छत्तीसगढ़ करेंट अफेयर्स (अप्रैल 1,2022 - अप्रैल 6,2022)


 

हरियाली प्रसार योजना

योजना से संबंधित विभाग - वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख-राकेश चतुर्वेदी
योजना प्रारंभ वर्ष - 2019 
 योजना की विशेषता - हरियाली प्रसार योजना के तहत कृषकों की स्वयं की भूमि पर कृषि वानिकी को प्रोत्साहित करने और हरियाली को बढ़ाने के लिये वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा प्रति हितग्राही 50 से 5 हज़ार तक पौधे उपलब्ध कराए जाते हैं तथा उनकी देखरेख के लिये अनुदान के रूप में आंशिक राशि भी उपलबध कराई जाती है। इससे कृषकों को लगभग 30 हज़ार रुपए प्रति एकड़ प्रति वर्ष का लाभ अर्जित हो सकेगा।

छत्तीसगढ़ में बेरोज़गारी दर अब तक के सबसे न्यूनतम स्तर (0.6 प्रतिशत) पर 

सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी संगठन द्वारा जारी किये गए बेरोज़गारी के नवीनतम आँकड़ों के अनुसार मार्च माह में सबसे कम बेरोज़गारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल है।
छत्तीसगढ़ ने समावेशी विकास का लक्ष्य निर्धारित करते हुए तीन साल पहले महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना के अनुरूप नया मॉडल अपनाया था, जिसके तहत गाँवों और शहरों के बीच आर्थिक परस्परता बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया है। 
 इसी मॉडल के अंतर्गत गाँवों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिये सुराजी गाँव योजना, नरवा-गरवा-घुरवा-बारी कार्यक्रम, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मज़दूर न्याय योजना, रूरल इंडस्ट्रियल पार्कों की स्थापना, लघु वनोपजों के संग्रहण एवं वैल्यू एडीशन, उद्यमिता विकास जैसी योजनाओं और कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में आने वाले 5 वर्षों में 12 से 15 लाख रोज़गार के नए अवसरों का निर्माण करने के लिये रोज़गार मिशन का संचालन किया जा रहा है। 
Center for Monitoring Indian Economy( CMIE), is a leading business information company. It was established in 1976, primarily as an independent think tank.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दुर्ग ज़िले के पाटन में देश के पहले ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट का शुभारंभ किया

 
ग्रामीण क्षेत्र के लोग स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर और बड़ी बीमारियों के जांच के लिए शहरों का रुख करते है. इस प्रक्रिया में काफी समय लग जाता है और फैलने वाले बीमारी अपना विस्तार कर लेती है या गंभीर बीमारी मरीज की जान ले लेती है. इस लिए ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट इस तरह को बीमारियों का पता लगाने और जल्दी इलाज पहुंचाने का काम कर करेगी.

ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट देश का पहला यूनिट है। इसी तरह के 3,000 अन्य यूनिट निकट भविष्य में देश में आरंभ होंगे।  
 यहां स्वास्थ्य से संबंधित 54 प्रकार के टेस्ट किए जाएंगे.

 

 

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दंडकारण्य का पठार दंडकारण्य का पठार  यह छत्तीसगढ़ के दक्षिण दिशा में है। यह छत्तीसगढ़ का सांस्कृतिक दृष्टि से सबसे अधिक समृद्ध प्रदेश है। इस क्षेत्र का क्षेत्रफ़ल 39060 वर्ग किलोमीटर है। यह छत्तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल का 28.91 प्रतिशत है। इस पठार  का विस्तार कांकेर ,कोंडागांव ,बस्तर ,बीजापुर ,नारायणपुर ,सुकमा जिला  तथा मोहला-मानपुर तहसील तक है।  इसका निर्माण धारवाड़ चट्टानों से हुआ है।  बीजापुर तथा सुकमा जिले में बस्तर के मैदान का विस्तार है। यहाँ की सबसे ऊँची चोटी नंदी राज (1210 मीटर ) है जो की बैलाडीला में स्थित है।   अपवाह तंत्र  यह गोदावरी अपवाह तंत्र का हिस्सा है। इसकी सबसे प्रमुख नदी इंद्रावती नदी है। इसकी लम्बाई 286 किलोमीटर है। इसका उद्गम मुंगेर पर्वत से होता है। यह भद्राचलम के समीप गोदावरी नदी में मिल जाती है। इसकी प्रमुख सहायक नदी नारंगी ,शंखनी -डंकिनी ,मुनगाबहार ,कांगेर आदि है।  वनस्पति  यहाँ उष्णकटिबंधीय आद्र पर्णपाती वन पाए जाते है। इस क्षेत्र में साल वृक्षों की बहुलता है इसलिए इसे साल वनो का द्वीप कहा जाता है। यहाँ उच्च स्तर के सैगोन वृक्ष पाए जाते है.कुरसेल घाटी(नारायणपुर ) मे

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