आधुनिक भारत का इतिहास
विदेशी कंपनियों का भारत आगमन
वास्कोडिगामा |
भारत में निम्न क्रम में विदेशी कम्पनियों का भारत आगमन हुआ -
- पुर्तगाली
- डच
- डेन
- अंग्रेज
- फ्रांसीसी
पुर्तगाली
- पुर्तगालियों ने सबसे पहले भारत के लिए समुद्री मार्ग की खोज की
- वास्कोडिगामा पहले व्यक्ति थे जिन्होंने कालीकट में पहुंचने में सफलता प्राप्त की। ( वर्ष1498 )
- उनका कालीकट के राजा जमोरिन ने स्वागत किया।
- वास्कोडिगामा के पश्चात भारत में पुर्तग़ालिओ के द्वारा यहाँ एक कंपनी की स्थापना की गयी जिसका नाम अस्तादो दा इंडिया था।
- इसके तहत भारत में पहले पुर्तगाली गवर्नर फ्रांसिस्को डी अल्मीडा थे।
- इसके पश्चात अल्बकुर्क पुर्तगाली गवर्नर बनके भारत आए। इन्होंने धर्मान्तरण के द्वारा अपने जीते हुए हिस्सों में शासन करना प्रारम्भ किया। इसने 1510 ई में बीजापुर के शासक से गोवा प्राप्त लिया।
- इनके पश्चात मार्टिन अल्फांसो डिसूजा गवर्नर बनके भारत आए। इनके साथ सेंट जेवियर भी भारत आये थे।
- इन्होंने अरब सागर में कॉर्टेज परमिट की प्रथा प्रारम्भ किया। इसके तहत किसी भी जहाज को इस क्षेत्र से गुजरने के लिए पुर्तग़ालिओ से कॉर्टेज प्राप्त करना पड़ता था।
- इन्होंने बंगाल के हुगली में अपना कारखाना खोला था।
- कालांतर में इन्हें अंग्रेजों से पराजय का सामना करना पड़ा।
पुर्तग़ालिओ का भारत में योगदान
- इन्होंने भारत का परिचय पहली बार प्रिंटिंग प्रेस से करवाया ।
- इनके द्वारा भारत में मक्का ,केला ,तम्बाकू ,काली मिर्च आदि को लैटिन अमेरिका से लाया गया।
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