प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर पर सातवीं बार तिरंगा फहराया। इसके साथ मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पीछे छोड़ दिया। अटलजी पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने 6 बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था। लाल किले पर सबसे ज्यादा बार तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में मोदी चौथे नंबर पर आ गए हैं।
प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने सबसे ज्यादा 17 बार लाल किले से झंडा फहराया था। दूसरे नंबर पर इंदिरा गांधी हैं, जिन्हें 16 बार यह मौका मिला। जबकि मनमोहन सिंह (10 बार) तीसरे नंबर पर हैं। वहीं, राजीव गांधी ने 5 बार लाल किले से झंडा फहराया था।
प्रधानमंत्री के भाषण के कुछ प्रमुख बाते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा कि देश के सर्वांगीण अवसरंचना विकास के लिए ‘‘राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना'' में 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जाएंगे और इसके लिए लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है.
राष्ट्रीय इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन परियोजना से. इस पर देश 100 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है. अलग-अलग क्षेत्रों की लगभग सात हजार परियोजनाओं को चिह्नित भी किया जा चुका है. ये एक तरह से अवसरंचना में नई क्रांति की तरह होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मतलब सिर्फ आयात कम करना ही नहीं, अपनी क्षमता, अपनी रचनात्मकता, अपने कौशल को बढ़ाना भी है. उन्होंने कहा कि सिर्फ कुछ महीने पहले तक एन-95 मास्क, पीपीई किट, वेंटिलेटर ये सब विदेशों से मंगवाये जाते थे लेकिन आज इन सभी में भारत न सिर्फ अपनी जरूरतें खुद पूरी कर रहा है, बल्कि दूसरे देशों की मदद के लिए भी आगे आया है.
भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. आज दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं. हमें ‘मेक इन इंडिया' के साथ-साथ ‘मेक फॉर वर्ल्ड' के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है.
लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने कहा कि विस्तारवाद की सोच ने सिर्फ कुछ देशों को गुलाम बनाकर ही नहीं छोड़ा, बात वही पर खत्म नहीं हुई. भीषण युद्धों और भयानकता के बीच भी भारत ने आजादी की जंग में कमी और नमी नहीं आने दी.
भारत की महिलाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज भारत में महिलाएं अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं. देश के जो 40 करोड़ जन-धन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के ही हैं. कोरोना के समय में अप्रैल-मई-जून, इन तीन महीनों में महिलाओं के खातों में करीब-करीब 30 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा जिस प्रकार से सिक्किम ने ऑर्गैनिक स्टेट के रूप में अपनी पहचान बनाई है, वैसे ही आने वाले दिनों में लद्दाख, अपनी पहचान एक कार्बन neutral क्षेत्र के तौर पर बनाए, इस दिशा में भी तेजी से काम हो रहा है. देश के 100 चुने हुये शहरों में प्रदूषण कम करने के लिए एक holistic approach के साथ एक विशेष अभियान पर भी काम हो रहा है. उन्होंने कहा कि अपनी Biodiversity के संरक्षण और संवर्धन के लिए भारत पूरी तरह संवेदनशील है. बीते कुछ समय में देश में शेरों की, टाइगर की आबादी तेज़ गति से बढ़ी है! अब देश में हमारे Asiatic शेरों के लिए एक प्रोजेक्ट lion की भी शुरुआत होने जा रही है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में लाल किले की प्राचीर से नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन शुरू करने का एलान किया. पीएम मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि आज से देश में एक बहुत बड़ा अभियान नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन शुरू होने जा रहा है. यह भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा.
इस मिशन के तहत हर भारतीय की एक हेल्थ आईडी होगी. जब भी भारतीय डॉक्टर या दवा की दुकान पर जाएगा तो हेल्थ आईडी में सभी जानकारी रहेगी. डॉक्टर के अपॉइंटमेंट से लेकर मेडिकेशन एडवाइस तक, सब कुछ आपकी हेल्थ प्रोफाइल पर उपलब्ध रहेगा. इस हेल्थ आईडी में आपके हर टेस्ट, हर बीमारी की जानकारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट्स क्या थीं, ये सारी जानकारी समाहित होंगी. पीएम मोदी ने कहा कि नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन एक पूरी तरह से टेक्नोलॉजी बेस्ड पहल है.
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