भारत में कोरोना वायरस के अद्वितीय लक्षण (A3i)
हैदराबाद के सेलुलर और जीव विज्ञान केंद्र के मुताबिक खोज किए गए लक्षण भारत के 40 फीसदी मरीज़ों में पाया गया है। इसका नाम क्लेड ए3आई (Clade A3i) रखा गया है।
सीसीएमबी के डायरेक्टर ने बताया कि विशिष्टक्लेड ए3आई काफी प्रभावी है। ये चीन नहीं बल्कि दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों से आया है। उन्होंने बताया कि यह भारत में फरवरी 2020 से फैलना शुरू हुआ। राकेश मिश्रा के अनुसार ए3आई में 4 विभिन्न म्यूटेशन होते हैं। उन्होंने आगे बताया कि इनमें 4 चरण हैं, इनमें से 3 ऐसे हैं, जो वायरस के अंदर प्रोटीन को बदल देते हैं। इसमें पहला क्लेड ए2ए गुजरात, महाराष्ट्र और अन्य जगहों पर फैला. इसकी दर करीब 50 फीसदी हो सकती है।
कोशिकीय व आण्विक जीव विज्ञान केंद्र (सी.सी.एम.बी.), भारत भर में फैली सी एस आई आर की विविध प्रयोगशालाओं में से एक है। यह आँध्र प्रदेश की राजधानी, हैदराबाद में स्थित है और जीव विज्ञान के आधुनिक और महत्वपूर्ण क्षेत्रों को समर्पित प्रयोगशाला है। वर्ष 1987 में, 26 नवंबर के दिन भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गई थी