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भारत का आधुनिक इतिहास , CGPSC (मुख्य परीक्षा ),पेपर 1 (मॉडल प्रश्न ) # 1

संघ लोक सेवा तथा अन्य राज्यों के द्वारा आयोजित होने वाली सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षाओ में लेखन कला का अत्यंत महत्व होता है.लेखन कला में पारंगत होने के लिए विषय की अच्छी समझ के साथ-साथ लेखन कला का नियमित अभ्यास भी आवश्यक होता है। 
इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए इस ब्लॉग के माध्यम से नियमित लेखन कला के अभ्यास के लिए प्रश्नो का संकलन प्रस्तुत किया जायेगा। कुछ प्रश्नो का मॉडल उत्तर यहाँ पर दिया जाएगा तथा शेष प्रश्नो का उत्तर आप कमेंट बॉक्स पर या ईमेल के माध्यम से दे सकते है। 
आपके उत्तर में आवश्यक सुधार  के साथ आपके ईमेल पर रिप्लाई कर दिया जाएगा।

भाभारत का आधुनिक इतिहास , CGPSC  (मुख्य परीक्षा ),पेपर 1 (मॉडल प्रश्न )

भारत में यूरोपीय शक्तियों का आगमन 


निम्न प्रश्नो के उत्तर 100  शब्दो में दीजिए 
  1. भारत में फ़्रांसिसी शक्ति के उत्थान एवं पतन पर प्रकाश डालिए ?
  2. आंग्ल - फ़्रांसिसी संघर्ष में अंग्रेजो की सफलता का क्या कारण था ?
निम्न प्रश्नो के उत्तर 175 शब्दो में दीजिए 

  1. अंग्रेज तथा फ्रांसीसियों में हुए कर्नाटक के तीन युद्धों के कारण तथा परिणाम बताइये ?
इन प्रश्नो का उत्तर कल प्रकाशित किया जायेगा। 
आप अपने उत्तर को कमेंट बॉक्स में प्रकाशित या ईमेल कर सकते है। आपके उत्तर की समीक्षा चयनित उम्मीदारों के साथ-साथ अनुभवी शिक्षकों के द्वारा की जाएगी। 
EMAIL civilcorner24@gmail.com

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छत्तीसगढ़ी लोकनृत्य इतिहास से प्राप्त साक्ष्यों से यह ज्ञात होता है कि मानव जीवन में नृत्य का महत्व आदिकाल से है, जो मात्र मनोरंजन  का साधन ना होकर अंतरिम उल्लास का प्रतीक है । भारत सम्पूर्ण विश्व में अपनी विशिष्ट संस्कृति हेतु विख्यात है। छत्तीसगढ़ भारत का अभिन्न अंग होने के साथ ही कलाओ का घर है जिसे विभिन्न कला प्रेमियों ने व्यापक रूप देकर इस धरा को विशिष्ट कलाओं से समृद्ध कर दिया है। इन लोक कलाओ में लोकनृत्य जनमानस के अंतरंग में उत्पन्न होने वाले उल्लास का सूचक है । जब मनुष्य को सुख की प्राप्ति होती है तो उसका अंतर्मन  उस उल्लास से तरंगित  हो उठता है ,और फिर यही उल्लास मानव के विभिन्न अंगों द्वारा संचालित होकर  नृत्य का रूप धारण करता है। किसी क्षेत्र विशेष का लोकनृत्य केवल हर्षोउल्लास  का परिचायक न होकर उस क्षेत्र के परम्परा  व संस्कृति का क्रियात्मक चित्रण होता है, जो स्व्यमेव  एक विशिष्ट परिचय समाहित किए होता  है। छत्तीसगढ़ में नृत्य की विभिन्न विधाएं है जो विभिन्न अवसरों पर किए जाते है। यहां हम निम्न नृत्य विधाओं पर च...

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