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स्वदेशी विमान तेजस की दूसरी स्क्वाड्रन बुधवार को वायुसेना में शामिल

स्वदेशी विमान तेजस की दूसरी स्क्वाड्रन बुधवार को वायुसेना में शामिल

स्वदेशी विमान तेजस की दूसरी स्क्वाड्रन बुधवार को वायुसेना में शामिल

 18वीं स्क्वाड्रन क्या है ?
यह वायुसेना की महत्वपूर्ण यूनिट है। इसका गठन १९६५ में हुआ था तथा इसने १९७१ के भारत पाकिस्तान युद्ध में भाग लिया था एवं परमवीर चक्र भी प्राप्त किया था। इसे फ्लाइंग बुलेट्स के नाम से भी जाना जाता है। 
वर्ष २०१६ में इसे वायुसेना की सेवा से हटा दिया गया था.इसमें पूर्व में मिग २७ शामिल था। अब इसमें तेजस को शामिल किया जा रहा है। 
तेजस 
तेजस भारत द्वारा विकसित किया जा रहा एक हल्का व कई तरह की भूमिकाओं वाला जेट लड़ाकू विमान है। यह हिन्दुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा विकसित एक सीट और एक जेट इंजन वाला, अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है। यह बिना पूँछ का, कम्पाउण्ड-डेल्टा पंख वाला विमान है। इसका विकास 'हल्का युद्धक विमान' या (एलसीए) नामक कार्यक्रम के अन्तर्गत हुआ है जो 1980 के दशक में शुरू हुआ था। विमान का आधिकारिक नाम तेजस 4 मई 2003 को तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने रखा था।[4] यह विमान पुराने पड़ रहे मिग-21 का स्थान लेगा
सोर्स - दैनिक भास्कर ,विकिपीडिया 

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